जिंदगी बहुत काठी है

Life is very saddle

 

 जिंदगी बहुत  काठी है  

एक आम आदमी ही जिंदगी की कीमत को समझ सकता हे, जो  वह दिन भर  मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार को सँभालने के लिए दिन-रात एक कर देता है। सब के लिए जिंदगी के मायने अलग हे क्युकी हर इंसान अलग -अलग माहौल और व्यक्तित्व से तलूक  रखता है. जिस व्यक्ति के पास सब कुछ  लिए जिंदगी को देखने का तरीका अलग होता हे और जिस  व्यक्ति के पास कुछ नहीं हे उसका जिंदगी  तरीका अलग है। इसे हम एक कहानी के माध्यम से समझते  है की वाकया में जिंदगी बहुत कठिन है। 

इस कहानी में हम एक  परिवार को देखंगे जो अपनी जिंदगी को  कैसे जीते है और उनके जीवन में किस प्रकार की परिस्थितिया आती हे ओर वो इस सब से कैसे लड़ते है। कहानी की शुरुआत करने से पहले मेरा आपसे एक प्रश्न  हे? क्या आप ने कभी ऐसा सोचा है की "काश वो दिन वापस आ जाये " मेरे ख्याल से आप सभी ने कभी न कभी जिंदगी में एक बार तो ऐसा सोचा होगा।


कास वो दिन वापस जाये। 

बचपन में हम सोचते हे की हम कब बड़े होंगे और और जब हम सही मायने में बड़े होते है तब जा कर हमे महसूस होता हे की  बड़े क्यों हो गए हमारा बचपन ही भोत खूबसूरत था। यही जिंदगी की सच्चाई है जिसे हम लोग इस तेज़ रफ़्तार भरे समय में भूल  है. आज हर इंसान चाहे छोटा हो या बड़ा अच्छा  हो या बुरा केसा भी हो सब एक ही चीज के पीछे भाग रहे हे और वो हे पैसा। आज के  समय में आप के पास पैसा हे तो आप के पास सब कुछ है ऐसा समय आ  गया है। पैसा सब  कुछ हे आज के इंसान के लिए क्युकी हम लोगो ने ऐसी धरना बना कर राखी हे। 

कहानी आगे जारी हे ---------

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